ग्राहकों को कौन से पैसे लौटाएंगी टेलीकॉम कंपनियां? ग्राहकों को कौन से कागज बैंकों को लौटाने पड़ेंगे? निर्यात पर रोक के बावजूद क्यों सस्ता नहीं हुआ चावल? क्या OTT को लेकर बनने वाले हैं नए नियम? विदेश में प्रॉपर्टी खरीदने वालों पर क्यों है सरकार की नजर? क्या रूस ने छोड़ दिया है भारत का साथ? तमाम कोशिशों के बावजूद क्यों महंगा हो गया गेहूं? अस्पतालों में क्यों महंगा हुआ इलाज? आज के Money Central में इन सभी सवालों का मिलेगा जवाब.
कानूनी कागजात में कटिंग नहीं की जा सकती इसलिए एक और डीड तैयार करनी पड़ती है. इस डीड को करेक्शन, कंफर्मेशन या रेक्टिफिकेशन डीड कहा जाता है.